सेना और अलगाववादियों के बीच चल रहे झड़प में घायल 13 वर्षीय बच्चे जुनैद अहमद भट्ट की शनिवार को मौत हो के बाद विरोध के बढ़ने की आशंका को देखते हुए श्रीनगर घाटी में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सेना और प्रशासन लगातार स्थिति सम्हालने में लगातार लगी हुई है।
सुरक्षा बलों की गोलीबारी में पेलेट लगने से घायल हुए 13 वर्षीय एक बच्चे ने दम तोड़ दिया। उसके अंतिम संस्कार के दौरान झड़प के बाद श्रीनगर के कुछ हिस्सों में शनिवार का विरोध बढने के कारण कर्फ्यू लगा दिया गया। पेलेट से घायल हुए श्रीनगर के सईदपुर इलाके के जुनैद अहमद भट्ट को शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शनिवार सुबह उसकी मौत हो गई।
ईदगाह इलाके में भट्ट के शव को उठाए सैकड़ों प्रदर्शनकारियों का सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष हुआ। सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोलों का प्रयोग किया।
श्रीनगर के अन्य इलाकों में भी तनाव की स्थिति होते ही प्रशासन ने श्रीनगर के सात थाना क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया। घाटी
में एक बार फिर तनाव का माहौल हो गया है, जहां पिछले एक सप्ताह के दौरान स्थिति लगभग सामान्य हो गई थी।
सत्तारूढ़ पीपुल्स डेमोकेट्रिक पार्टी के महासचिव निजामुद्दीन भट्ट ने बच्चे की मौत की जांच की मांग की है। भट्ट ने कहा कि सुरक्षा बलों ने जब बच्चे पर पेलेट गन चलाई, तब वह किसी प्रदर्शन में शामिल नहीं था।
सीमा पर लगातार बढ़ रही सरगर्मी के बीच अलगावादियों ने भी अपने प्रदर्शनो को बढ़ा दिया है। सरकार लगातार इस तरह के विरोध को रोकने का प्रयास कर रही है। इसी क्रम में सरकार ने शुक्रवार को अलगाववादियों के विरोध मार्च को प्रतिबंधित कर दिया था।
कश्मीर घाटी में प्रशासन ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षक कार्यालय तक अलगाववादियों के विरोध मार्च को रोकने के लिए प्रतिबंध लगा दिए। जिलाधिकारी फारूक अहमद लोन ने जानकारी देते हुए कहा, ’शुक्रवार को यहां प्रतिबंध कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगाया गया था।’
आठ जुलाई को हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी के सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से घाटी में तनाव और हिंसा जारी है। अलगावादी नेता बच्चों को सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंकने को कहते हैं और जवाब में गोलीबारी की जाती है। पिछले 92 दिनों में 91 लोगों की मौत हो चुकी है और 12,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
श्रोतःआईएएनएस
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