बेनॉलिम (गोवा), 16 अक्टूबर (आईएएनएस)| म्यांमार की स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री आंग सान सू की ब्रिक्स-बिम्सटेक आउटरीच शिखर सम्मेलन सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रविवार को गोवा पहुंच गईं।
सू की की पार्टी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) के इस साल अप्रैल में सत्ता में आने के बाद यह उनका पहला भारत दौरा है। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगी।
सू की गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पार्सेकर की ओर से बिम्सटेक के सभी भागीदारों के लिए आयोजित दोपहर के भोज में भी हिस्सा लेंगी।
इसके बाद वह शाम में ब्रिक्स और बिम्सटेक के नेताओं के साथ ब्रिक्स-बिम्सटेक आउटरीच शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगी।
इस वर्ष भारत ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है और परंपराओं के अनुसार, वह पड़ोसी देशों को आउटरीच सम्मेलन के लिए आमंत्रित कर सकता है।
पिछले महीने जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने दक्षेस की जगह बिम्स्टेक समूह में शामिल देशों को आमंत्रित करने का फैसला किया।
बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टरल टेक्निकल एवं इकोनॉमिक कोऑपरेशन (बिम्सटेक) के देशों में भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, म्यांमार, थाईलैंड और श्रीलंका शामिल हैं।भारत ने उड़ी हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराया है और पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अलग-थलग करने के लिए कूटनीतिक हमला शुरू किया है।
दक्षेस देशों की जगह बिम्सटेक देशों को आमंत्रित करने को इसी दिशा में एक और कदम के रूप में देखा जा रहा है।पाकिस्तान, अफगानिस्तान और मालदीव दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के सदस्य हैं, लेकिन वे बिम्सटेक के सदस्य नहीं हैं।
--आईएएनएस
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