बेनॉलियम(गोवा), 16 अक्टूबर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को स्पष्ट तौर पर पाकिस्तान के संदर्भ में कहा कि आतंकवाद की जन्मभूमि (मदरशिप आफ टेररिज्म) भारत के पड़ोस में है और यह दुनियाभर के आतंकी मॉड्यूल्स से जुड़ी हुई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने प्रधानमंत्री के ब्रिक्स नेताओं की बैठक में दिए गए भाषण के अंश की जानकारी ट्वीट के जरिए दी। मोदी ने यह भी कहा कि पड़ोसी देश आतंकवादियों को केवल पनाह ही नहीं देता, बल्कि 'ऐसी मानसिकता को भी पालता पोसता है, जो राजनीतिक लाभ के लिए आतंकवाद का समर्थन करती है।'
बैठक में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, चीन के शी जिनपिंग, दक्षिण अफ्रीका के जैकब जुमा और ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल तेमेर शामिल थे।मोदी ने कहा, "हमारे अपने क्षेत्र में आतंकवाद शांति, सुरक्षा और विकास के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। दुर्भाग्य से आतंकवाद की जननी (मदरशिप आफ टेररिज्म) भारत के पड़ोस में ही है और दुनियाभर में आतंकी मॉड्यूल्स इससे जुड़े हुए हैं।"बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने भी हिस्सा लिया।मोदी ने ब्रिक्स देशों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने का आह्वान करते हुए कहा, "यह देश केवल आतंकवादियों को पनाह ही नहीं देता, यह एक मानसिकता को भी पालता पोसता है। ऐसी मानसिकता जो खुलकर कहती है कि राजनीतिक लाभ के लिए आतंकवाद जायज है। यह ऐसी मानसिकता है, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं।"मोदी ने यह भी कहा कि आतंकवाद का बढ़ता प्रभाव आज मध्य पूर्व, पश्चिम एशिया, यूरोप और दक्षिण एशिया के लिए खतरा बन चुका है और आतंकवाद के हिंसक साए ने हमारे नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है, हमारे आर्थिक विकास के प्रयासों को बाधित कर दिया है।मोदी ने ब्रिक्स देशों से अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर एक व्यापक संधि को शीघ्र अपनाने के लिए एक साथ काम करने और आतंकवाद के खिलाफ व्यावहारिक सहयोग बढ़ाने का आग्रह किया।प्रधानमंत्री ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में फिर से जान डालने के लिए एक स्पष्ट कार्ययोजना की जरूरत पर भी बल दिया।--आईएएनएस
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