सीमा पर लगातार बढ़ते तनाव के मद्देनजर वैश्विक परिदृश्य में ये आशंका जताई जा रही थी कि अगर भारत पाकिस्तान युद्ध हुआ तो पाकिस्तान परमाणु हमला कर सकता है।
इस बाबत भारत के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने स्पष्ट किया कि भारत को परमाणु हथियारों से ज्यादा खतरा पाकिस्तानी सेना में अस्थिरता से है।
भारत के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने कहा है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को ‘असल खतरा’ आतंकवादी संगठनों से नहीं बल्कि उसकी सेना के भीतर मौजूद अस्थिर तत्वों से है।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी के पास तबाही मचाने के लिए अपेक्षाकृत सस्ते एवं आसान माध्यम हैं। परमाणु हथियार जटिल उपकरण हैं जिनका प्रबंधन करना, इस्तेमाल करना एवं उन्हें पहुंचाना मुश्किल होता है और इसके लिए उच्च स्तर के कौशल की आवश्यकता होती है।
हाल ही में उनकी प्रकाशित हुई पुस्तक ‘च्वाइसेस इनसाइड द मेकिंग ऑफ इंडियाज फॉरेन पॉलिसी’ में मेनन ने कहा है, कि ‘मेरे हिसाब से परमाणु हथियारों को असल खतरा अंदर के लोगों, किसी पाकिस्तानी पायलट या किसी ऐसे ब्रिगेडियर से है। जो आदेश दिए जाने पर या उसके बिना ही परमाणु जिहाद शुरू करने का निर्णय लेते हैं।’
मेनन ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एकलौता पाकिस्तान ही ऐसा देश है जिसका परमाणु हथियार सिर्फ सेना के सरंक्षण में है। उन्होंने ने कहा कि ‘इस बात के मजबूत कारण हैं कि किसी अन्य देश ने इस मार्ग पर चलने का विकल्प क्यों नहीं चुना।’
बता दे कि पिछले दिनों 18 सितंबर को भारतीय सेना के उड़ी कैंप पर हुए हमले के बाद से लगातार सीमा पार से घुसपैठ जारी है। इस हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर सर्जिकल स्ट्राइक कार्रवाई किया था।
इसी के चलते दोनों देशों में युद्ध को लेकर पूरे दुनिया में हलचल मची हुई है कि अगर दोनों देशों में युद्ध हुआ तो पाकिस्तान परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकता है।
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