रायपुर, 3 दिसंबर (आईएएनएस/वीएनएस)। बच्चों को बेहतर अहसास कराने के लिए अब सभी स्कूलों के कक्षाओं को 'कलरफुल' बनाया जाएगा। पढ़ाई के प्रति बच्चों में रुचि बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ के स्कूली शिक्षा विभाग ने रायपुर जिले में यह पहल की है। इसके तहत अब सभी कक्षाओं के छात्र अपने मनपसंद रंगों से क्लासरूम को संवारेंगे।
शिक्षा विभाग ने इसके लिए आदेश जारी कर दिया है। इसके लिए 12 रंगों का सुझाव भी दिया गया है। छात्र अपनी पसंद के तीन रंगों से अपनी कक्षा को सजा सकेंगे।स्कूलों की दीवारों को रंगीन बनाने की यह पहल पहली बार ही की जा रही है। इससे पहले स्कूलों को एक ही रंग से पुताई की जा रही थी। अब कक्षाओं को अपनी मनपसंद रंगों से सजाए जाने से बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ेगी।जिला शिक्षा अधिकारी ए.एन. बंजारा के मुताबिक, एक कक्षा में केवल तीन रंगों का प्रयोग किया जाएगा, इसका चयन छात्रों द्वारा ही किया जाएगा। बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ाने यह पहल की गई है।गौरतलब है कि इससे पहले छत्तीसगढ़ में शिक्षा-सत्र 2015-16 और 2016-17 के लिए स्वीकृत 3 हजार 691 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण प्ले स्कूलों की तर्ज पर हो रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों का आंगनबाड़ी केंद्रों की ओर रुझान बढ़ सके। इसके तहत आंगनबाड़ी भवनों की बाहरी दीवारों को हिंदी वर्णमाला के अक्षरए अंग्रेजी वर्णमाला के लेटर और कार्टून करैक्टरों को बड़े ही आकर्षक ढंग से रंगकर सजाया जा रहा है। इसके साथ ही पक्षी, फल, सब्जी और जानवर इत्यादि का नाम समेत चित्रण किया जा रहा है।राज्य में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) और महिला एवं बाल विकास विभाग के एकीकृत बाल विकास योजना के परस्पर तालमेल से इन आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण की स्वीकृति दी जा चुकी है।--आईएएनएस
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